गुरुवार, 10 जून 2021

इंसान है , भगवान न कह ..

जुनुन है कि मुकम्मल हो हर काम 
राह चलता पथिक भी न हो हैरान 
जिस्म को अलविदा कह देता है वक्त 
होगे सिन्घासन पर तु ही न हो हैरान

असल में ये तेरी चाल है 
पता है हमे तेरा क्या ख्याल है 
चल अब मुद्दे की बात कर 
और बता तेरा क्या सवाल है

ये दस्तूर है नाराज न हो 
यकीनन उससे हैरान न हो 
रहने दे उसे इंसान ही 
इंसान है , भगवान न कह ..

#बेढँगा_कलमकार 
✍ इन्द्र कुमार (इ.वि.वि.)

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