सोमवार, 14 जून 2021

प्यार करता हूँ यार, बर्दाश्त नहीं होती

नाराज हो ना, बात क्यूँ नहीं करती 

इंतजार करता हूँ यार , नींद भी नहीं आती 

कोई गलती हुई हो, तो बता दो ना 

प्यार करता हूँ यार, बर्दाश्त नहीं होती


क्या तुम चाहती हो, मै रात भर रोउ 

कुछ तो ख्याल करा करो यार.. मेरा भी 

दिन-रात तुम्हारे ही सपने देखता हूँ 

प्यार करता हूँ यार, बर्दाश्त नहीं होती


मैसेज करता हूँ, सीन भी हो जाती है 

रिप्लाई भी नहीं करती हो, रीड भी हो जाती 

ऐसा क्या किया हूँ यार..जो दुख दे रही हो 

प्यार करता हूँ यार, बर्दाश्त नहीं होती


अरे यार, झगड़े बात कर के सुलझा लेते हैं ना 

एक मौका तो दे सकते हो यार.. मना लेते हैं ना 

नहीं रहना है साथ तो, हम ही दूर चले जाते हैं 

पर प्यार करता हूँ यार, बर्दाश्त नहीं होती 


#बेवफ़ा_सनम 

#बेढँगा_कलमकार

✍ इन्द्र कुमार (इ.वि.वि.)

4 टिप्‍पणियां:

  1. Very nice I love this line 😘😘😘😘😘😘❤️❤️❤️🥰🥰🥰🥰🥰

    जवाब देंहटाएं
  2. Kya baat hai 💖💖💖💖❤️❤️❤️😘😘😘

    जवाब देंहटाएं
  3. क्या हसीन इत्तेफाक था तेरी
    गली में आने का,
    किसी काम से आये थे और
    किसी काम के ना रहें..!..!!!

    जवाब देंहटाएं
  4. दिलों मे रहता हूँ, धड़कने
    थमा देता हूँ,
    मै इश्क हूँ, वजूद की धज्जियां उड़ा देता हूँ।।

    जवाब देंहटाएं

शुक्रिया 💗

थी आवाज भर, जो कभी सुकून

सजीव तस्वीर, वो नज़र, काजल, बिंदियां  कमाल की थी मुस्कुराता चेहरा, छिपी उसमें गुनेहगार भी थी दी थी जख्म, दर्द नहीं  कराह थी, शिथिल पड़े  एहस...