शुक्रवार, 10 मई 2024

लगन-ए-इश्क

कई बार 

उसने वचन तोड़ी..

पर महबूब ने अपनी कसम क्या दी, 

उसने वचन तोड़ना भूल गया..


कि

लगन कैसी है ये इश्क की 

न टिकने वाला जरा भी अपनी बात पर

वो न तोड़ा अभी तक वचन

महबूब ने जिस बात पे दी थी अपनी कसम ...

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